ग्वालियर

मामला कंपू स्थित वन स्टॉप सेंटर में शुक्रवार-शनिवार की रात 1.40 से 2 बजे के बीच का है। सिर्फ 20 मिनट में नकाबपोश लड़की को भगा ले गए। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। इसमें लड़की एक नकाबपोश का हाथ पकड़कर निकलती दिख रही है।
इस दौरान ड्यूटी पर तैनात महिला गार्ड सोती रही। वन स्टॉप सेंटर के मुख्य दरवाजे पर दो महिला सहित तीन सुरक्षा गार्ड तैनात थे। इनमें पुलिस का जवान भी था। मुख्य दरवाजे पर तैनात स्टाफ को अंदर की कुछ भनक नहीं लगी। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया है।
एएसपी अखिलेश रेनवाल और सीएसपी अशोक जादौन ने बताया, लड़की इससे पहले भी दो बार अपने घर से भाग चुकी है। पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे लड़की के प्रेमी का हाथ है। पुलिस को यह भी शक है कि मुलाकात के दौरान यह पूरी योजना बनाई गई। इसलिए नकाबपोशों को हर चीज की जानकारी थी।
लड़की थाटीपुर इलाके से लापता हुई थी। थाने में उसके प्रेमी पर अपहरण का केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने लड़की को बरामद कर 7 जून को कोर्ट में पेश किया। उसने मां-पिता के साथ जाने से मना कर दिया। ऐसे में कोर्ट ने उसे बालिका गृह भेजा था। यहां से वह पहले भी निकलने की कोशिश कर चुकी थी, इसीलिए उसे बालिका गृह के तीसरे कमरे में रखा गया था। यह कमरा सबसे अंदर है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है कि बालिका गृह में से किसी की मिलीभगत तो नहीं है।
ग्वालियर के थाटीपुर स्थित बाल सुधार गृह से शनिवार दोपहर 17 साल का लड़का भी भाग निकला है। इस समय स्टाफ सभी लड़कों को परिसर में घुमा रहा था। अंदर जाते समय एक लड़का कंटीले तार से बंधे पेड़ पर चढ़कर छत पर पहुंचा और पीछे की तरफ कूदकर भाग गया। इस दौरान 1 महिला स्टाफ और 2 होमगार्ड सैनिक ड्यूटी पर थे। फरार हुए लड़के का शनिवार को ही सत्र न्यायालय ने जमानत आवेदन खारिज किया था। 7 महीने में 3 घटनाओं में 11 नाबालिग बाल सुधार गृह से भाग चुके हैं। इनमें से 6 पकड़े जा चुके हैं।