ग्वालियर

घटना की जांच में सामने आया कि आठ साल के बच्चे को डीजे और टेंट का काम करने वाले दोनों युवकों ने लापरवाही से नाले में उतारा था। दोनों आरोपियों को पुलिस ने पहले ही दिन हिरासत में ले लिया था। घटना को लेकर तिकोनिया इलाके में तनाव था। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह स्पॉट पर पहुंचे थे।
ग्वालियर उप नगर मुरार के तिकोनिया इलाके में गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे अवैध बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए दो लोगों ने 20 रुपए का लालच देकर मजदूर परिवार के 8 साल के बेटे शिवा कुशवाह को नाले में उतार दिया। दोनों लोगों ने उससे बोला कि यह बिजली का तार नाले की पुलिया के दूसरी तरफ निकाल देना। पुलिया के नीचे अन्य तार भी निकाले गए थे। इस दौरान नाले में करंट आ गया और उसकी चपेट में आने से मासूम तड़पने लगा।
यह देख दोनों लोग वहां से भाग गए। जब स्थानीय लोगों ने बच्चे को नाले में पड़ा देखा तो वे उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे को नाले में उतारने वाले दोनों लोग हेमंत और मनोज जाटव की पास ही टेंट व डीजे की दुकान व गोदाम है।
सीएसपी राजीव जंगले ने बताया कि--आठ साल के बच्चे को लापरवाही से नाले में उतारा गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे को नाले में भेजने वाले हेमंत व मनोज जाटव को हिरासत में ले लिया है। शुक्रवार को पीएम कराया गया था। जिसके बाद शुक्रवार देर रात दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
गुरुवार सुबह शिवा का पिता उसे घर के बाहर खेलते हुए छोड़कर मजदूरी पर गया था। उसे दिनभर पता ही नहीं था कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है, क्योंकि बच्चे के पिता पर मोबाइल फोन नहीं था। लोगों को यह भी नहीं पता था कि शिवा के पिता कहां मजदूरी करने गया है। शाम को घर आने पर पिता को घटना का पता चला।