ग्वालियर

घटना रात करीब 2 बजे की है। केशव अपने भतीजे रोहित के साथ घर के अगले कमरे में सो रहे थे। पीछे वाले कमरे में उनके भाई रामनरेश, भाभी कल्पना और भतीजा मोहित थे। अचानक तेज आवाज के साथ दीवार गिर गई। केशव ने रोहित को बचा लिया, लेकिन खुद मलबे में दब गए। आसपास के लोगों ने उन्हें निकालकर अस्पताल पहुंचाया। पैर में चोट के उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
ग्वालियर में लगातार हो रही बारिश से कई समस्याएं पैदा हो रही हैं। सड़कों पर गड्ढे बन गए हैं। चौराहों पर पानी भर रहा है। पॉश कॉलोनियों में भी जलभराव की स्थिति बन रही है। 13 जून को भी दो मंजिला मकान की दीवार गिरने से मकान मालिक सहित चार लोगों की मौत हुई थी। दीवार टीनशेड के नीचे बैठे लोगों पर गिरी थी।
दूसरी घटना 12 दिन बाद ऐतिहासिक राजा मानसिंह किले की तलहटी के नीचे घास मंडी इलाके में घटी थी। यहां स्थित सरकारी जमीन पर बन रहे मकान की दीवारें अचानक भरभरा कर ढह गईं। दीवारें ढहने से पास में ही बनी सड़क भी धसक गई, जिसके चलते वहां बने दो अन्य मकानों में भी दरारें आ गईं। मकानों की दीवार में दरार आने से वहां के लोगों ने दहशत के कारण अपने मकान खाली कर दिए थे।