ग्वालियर

इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महिला, उसकी सहेली सहित सभी 6 आरोपियों को मात्र 36 घंटे में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके पास से लूटा गया कैश और मोबाइल भी बरामद कर लिया है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है और आशंका जताई जा रही है कि ये गैंग पहले भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
मुरैना जिले के रिठौरा कलां स्थित गांव पिपरसेवा निवासी 23 वर्षीय रविंद्र कुशवाह प्राइवेट नौकरी करता है। उसकी रिश्ते की भाभी ओमवती कुशवाह (निवासी काल्पीब्रिज, ग्वालियर) ने कॉल कर ग्वालियर बुलाया था। ओमवती ने रविंद्र से कहा कि वह उसे अपनी सहेली रूकमणि से दोस्ती कराएगी।
रविंद्र के ग्वालियर पहुंचने के बाद रूकमणि भी वहां आ गई। इसके बाद 15 अक्टूबर को ओमवती और रूकमणि उसे गोवर्धन कॉलोनी ले गईं। बातचीत के दौरान उसे कपड़े उतारने को मजबूर किया गया और उसी समय ओमवती के साथी कौशल परमार, अंकित वर्मा और आदित्य भदौरिया वहां पहुंच गए।
इन लोगों ने रूकमणि से जबरदस्ती करने का आरोप लगाकर रविंद्र के हाथ-पैर बांध दिए और उसकी बेरहमी से पिटाई की। उसकी जेब से 8,000 रुपए नकद और मोबाइल फोन छीन लिया गया, साथ ही फोन-पे का पासवर्ड भी जबरन पूछ लिया गया। इसके अलावा उसकी बाइक भी छीन ली गई।
शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने फौरन एक्शन लेते हुए ओमवती, रूकमणि, कौशल परमार और अंकित वर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि दो आरोपी आदित्य भदौरिया और भूपेंद्र जाटव फरार थे।
शनिवार रात पुलिस को सूचना मिली कि फरार आरोपी इलाके में देखे गए हैं। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें भी भागने से पहले गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी अनु बेनीवाल ने बताया कि, पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि यह कोई पहली वारदात नहीं है। आरोपी पहले भी इस तरह की ठगी और ब्लैकमेलिंग कर चुके हो सकते हैं। मामले की गहन जांच जारी है।”